CG News : राष्ट्रीय सम्मेलन में हुई चर्चा, एंटीमाईक्रोबियल प्रतिरोध और वन हेल्थ पर फोकस के दिए गए निर्देश
CG News : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित दाऊ श्री वाशुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मलेन का शुभारंभ हुआ, जानकारी के अनुसार यह सम्मेलन इंडियन वेटनरी एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ.
सम्मलेन का मुख्य विषय
इसका मुख्य विषय भी दिया गया जो “स्ट्रेन्दनिंग वन हेल्थ सिनर्जी- कॅाम्बेटिंग एण्टीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस ए.एम.आर. थ्रु क्रॉस सेक्टोरियल इनोवेशन एण्ड इंटीग्रेशन” है और जिसमें एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध एएमआर और ‘वन हेल्थ’ पर जयादा जोर दिया जा रहा है.
सम्मेलन में सम्मीलित हुए मंत्री
रामविचार नेताम ने कहा की, पशुधन के सम्पूर्ण उपचार और संवर्धन के प्रयाशों को और अधिक गतिशील बनाया जाएगा, उन्होंने विश्वविद्यालय के परिसर पर पौधारोपण भी किया.
मंत्री नें दिये कई सामाजिक -आर्थिक उत्थान पर बल
मंत्री नें ग्रामीण परिवेश में पशुपालन के बहुआयामी महत्व और सामाजिक -आर्थिक उत्थान के लिए नवाचार की भूमिका पर भी ध्यान केन्द्रित किया है. वहीँ सांसद विजय बघेल ने कहा कि, सम्मेलन से मिले सुझाव से शासन स्तर पर निति निर्माण में भी सहायक होंगे.
विधायक के कथन
विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि, एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग केवल चिकित्सीय निदान पर ही किया जाना चाहिए, आयोजन सचिव डॉ. निधि रावत द्वारा बताया गया कि, यह सम्मेलन पशु, मानव समेत पर्यावरण स्वास्थ के बीच बहुक्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने वाला मंच है.
सम्मेलन में दिए गए निर्देश
सम्मेलन में एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध की चुनौती से निपटने पर विशेष ध्यान दिया गया, सचिव डॉ. सन्नाट ने जानकारी दी कि, सम्मेलन में शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं , पशुचिकित्सको चिकित्सकों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही है.
सम्मेलन में हुई प्रेजेंटेशन
जानकारी के अनुसार, सम्मेलन में कुल 8 तकनीकी सत्र और पोस्टर प्रेजेंटेशन आयोजित हुए, कई प्रतिभागियों नें इस राष्ट्रीय सम्मलेन में भाग लिया, कार्यक्रम में स्मारिका सोवेनियर और बकरी प्रशिक्षण कैलेंडर 2026 का भी विमोचन किया गया.
कार्यक्रम में सम्मिलित हुए लोग
सम्मेलन कार्यक्रम में कई लोग सम्मीलित हुए जिनमें, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, सांसद विजय बघेल, विधायक ललित चंद्राकर, व लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल, कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, और डॉ. सुधीर कुमार सहित विश्वविद्यालय के सभी निदेशक व अधिकारी सम्मलेन का हिस्सा बने.

