CG News : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में बाढ़ का कहर, एक की मौत, तीन बच्चे फंसे
CG News : छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात गंभीर कर दिए हैं। बलरामपुर ज़िले से बाढ़ की दो दर्दनाक घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना में गेउर नदी पार करते समय एक व्यक्ति की पानी में डूबकर मौत हो गई, जबकि दूसरी घटना में गागर नदी में फंसे पहाड़ी कोरवा जनजाति के तीन बच्चों को ग्रामीणों ने घंटों की कोशिशों के बाद सुरक्षित बाहर निकाला। इन घटनाओं ने इलाके में बारिश से जुड़ी सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
नदी पार करते समय बह गया युवक, शव बरामद
जारगिम निवासी मणिशंकर पैकरा (45) सोमवार को अपने साथियों के साथ गेउर नदी पार कर मछली पकड़ने गया था। दोपहर बाद जब सभी लोग लौटने लगे तो नदी में अचानक बाढ़ आ गई। मणिशंकर तेज बहाव में बह गया और उसका शव शाम को नदी किनारे मिला।
राजपुर क्षेत्र के उधेनुपुरा गांव में तीन पहाड़ी कोरवा बच्चे मछली पकड़ने के लिए गागर नदी में गए थे। अचानक जलस्तर बढ़ गया और तीनों बच्चे नदी के बीचोंबीच फंस गए। करीब तीन घंटे बाद जलस्तर कम हुआ तो स्थानीय ग्रामीणों ने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
भारी बारिश से ढही बचवार मार्ग की पुलिया, यातायात ठप
बारिश के चलते बचवार-पटना मार्ग पर स्थित एक जर्जर पुलिया लोडेड पिकअप गुजरते समय टूट गई। पुलिया टूटने के कारण इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। प्रशासन की ओर से वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की प्रक्रिया जारी है।
छत्तीसगढ़ में बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने की आशंका
मौसम विभाग ने पूरे छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिलासपुर, कोरबा समेत 18 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है, वहीं रायपुर, धमतरी समेत 15 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। अगले पांच दिन तक प्रदेश में आंधी और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
बलरामपुर में सामान्य से 112% ज्यादा बारिश
छत्तीसगढ़ में 1 से 30 जून के बीच औसतन 151.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 193.5 मिमी होना चाहिए था। इस आधार पर अब तक 22% बारिश की कमी दर्ज की गई है। हालांकि बलरामपुर जिले में हालात बिल्कुल उलट हैं, जहां सामान्य से 112% ज्यादा बारिश यानी 293.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके विपरीत, सबसे कम बारिश राजनांदगांव (64.2 मिमी) और बेमेतरा (67.4 मिमी) में हुई है, जिससे इन क्षेत्रों में अब भी सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है।
मानसून ने की जल्दी दस्तक, अब ब्रेक में ठहरा
मानसून इस वर्ष सामान्य तिथि 1 जून से पहले 24 मई को केरल पहुंच गया था। लेकिन छत्तीसगढ़ में 12 दिनों से मानसून की गति धीमी पड़ गई है। अब तक प्रदेश में मानसून ब्रेक की स्थिति बनी हुई है। मई में रिकॉर्ड 373% अधिक बारिश दर्ज हुई थी, लेकिन जून में स्थिति सामान्य से कमजोर बनी हुई है।
बिजली गिरने का कारण और सावधानी जरूरी
विशेषज्ञों के अनुसार, आकाशीय बिजली बादलों के आपसी टकराव से उत्पन्न ऊर्जा का परिणाम होती है। जब यह बिजली पृथ्वी की सतह तक पहुंचती है तो वह ऐसे माध्यम की तलाश करती है जो विद्युत का चालक हो। यदि कोई व्यक्ति उसके संपर्क में आ जाए तो वह गंभीर रूप से झुलस सकता है या जान भी जा सकती है। जयपुर के आमेर महल में हुई दुर्घटना इसका उदाहरण है।
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Author: Safeek khan
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