Minimum Support Price: एक बार फिर भारतीय किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को लागू करने की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करें , साथ ही किसानों की कर्ज माफी और 12 सूत्री मांगों को लेकर किसान एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं।
एमएसपी (Minimum Support Price) को लेकर 2020 में भी किसानों ने मांग की थी। बता दें कि साल 2020 में भारतीय किसानों ने तीन कृषि बिल के विरोध में अपना आंदोलन शुरू किया था। जिसमें सिंधु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर किसानों की आंदोलन को लेकर एकजुटता देखी गई और केंद्र सरकार को तीनों बिल वापस लेने पड़े। साथ ही केंद्र सरकार ने एमएसपी(MSP) लागू करने को लेकर किसानों को विश्वास दिलाया था। जिसके बाद किसानों ने अपने आंदोलन को खत्म किया था।

क्या होता है न्यूनतम समर्थन मूल्य
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) यानी एमएसपी या मिनिमम सपोर्ट प्राइस (Minimum Support Price) वह दर जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीदती है और यह किसानों की उत्पादन लागत से कम से कम होती है। वहीं केंद्र सरकार सभी फसलों पर एमएसपी यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं देती। कुल 23 फसलों पर एमएसपी (Minimum support price) देती है इन फसलों को अभीष्ट फसल (Mendated Crops) की वर्ग में रखा जाता है। इसके अलावा गन्ने के लिए उचित और लाभकारी मूल्य यानि एफआरपी की सिफारिश की जाती है।
