न्यूज डेस्क: देश में देवभूमि कहे जाने वाले राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) समान नागरिक संहिता(Uniform Civil Code) लागू करने वाला पहला राज्य बनने जा रहा है। इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड समान नागरिक संहिता(यूूसीसी)लागू करने वाला देश का संभवतः पहला राज्य बनने जा रहा है। साथ ही कहा कि उत्तराखंड राज्य केवल वीर भूमि और देव भूमि ही नहीं बल्कि विकास भूमि के रूप में भी पहचाने जानी लगी है।

क्यों हो रहा है समान नागरिक संहिता को लेकर, उत्तराखंड राज्य का जिक्र
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार में 2022 को राज्य में यूसीसी यानि समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए प्रस्ताव पारित की थी, जिसमें समान नागरिक संहिता को लेकर एक समिति भी गठित की गई थी। बता दें कि गोवा में समान नागरिक संहिता (UCC) पहले से ही लागू है क्योंकि यहां पुर्तगाल सरकार ने ही यूसीसी लागू किया था। इस लिहाज से अगर उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू होता है तो यह देश का पहला राज्य होगा जो यूसीसी लागू करेगा।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा, समान नागरिक संहिता को लेकर
राजनाथ सिंह ने उत्तरायण के अवसर पर आयोजित उत्तरायणी कौतिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि समान नागरिक संहिता लागू करने वाला राज्य कोई बनने जा रहा है तो वह उत्तराखंड है। रक्षामंत्री ने उत्तराखंड के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड पिछले पांच वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है।

क्या है समान नागरिक संहिता ?
यूसीसी यानि समान नागरिक संहिता देश में सभी धर्म और समुदायों के लिए समान कानून लागू करने की बात कही गई है। संविधान का अनुच्छेद-44 सभी नागरिकों के लिए समान कानून लागू करने की बात करती है। यूसीसी लागू होने के बाद सभी धर्मों के विशेष (स्वयं) बने हुए कानून खत्म हो जायेंगे।

