न्यूज़ डेस्क: हाल ही में भारत के पांच और आर्द्रभूमि स्थलों (Wetland) को रामसर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है। जिससे भारत में रामसर स्थलों की संख्या 80 हो गई है। इन पांच आर्द्रभूमि स्थलों में से तीन आर्द्रभूमि स्थल कर्नाटक और दो तमिलनाडु में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु और कर्नाटक राज्य को बधाई दी, जहां की आर्द्रभूमि स्थल रामसर सूची में शामिल हुई है।
क्या है आर्द्रभूमि स्थल के मायने?
आर्द्रभूमि एक जलीय पारिस्थितिक तंत्र होता है। स्थलीय और जलीय पारिस्थितिक प्रणालियों के बीच संक्रमणकालीन भूमि जहाँ जल आमतौर पर सतह पर होता है या भूमि छिछलें पानी से ढकी होती है।
क्या है रामसर सूची का उद्देश्य
पुरे देश में 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है। वहीं रामसर सूची का उद्देश्य आर्द्रभूमि के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क का विकास और साथ ही उसकी देख-रेख करना है। जोकि वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण के लिए अनिवार्य है।