न्यूज डेस्क: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) द्वारा ये नवाचार चलाया गया है, कि शादी के बाद लड़की ससुराल नहीं जाएगी बल्कि लड़का शादी के बाद लड़की के घर पर ही रहेगा और परिवार चलाएगा। इसमें लड़की को ही आगे के परिवार की प्रमुख माना जाएगा तथा लड़की और उसके परिवार के नाम से ही आगे की वंशावली(Lineage) चलेगी। इसे ही ‘कुल के क्राउन’ (Kul Ke Crown) की संज्ञा दी गई है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
‘कुल के क्राउन’ नाम क्यों पड़ा ?
इसमें लड़की पक्ष को ही प्रमुख माना जायेगा चूंकि लड़का अपने ससुराल में रहेगा। लड़की अपने मायके और तमाम रिश्ते नाते लड़की पक्ष से ही आगे बढ़ेंगे जिसमें उनकी वंशावली भी शामिल है। अर्थात उनसे पैदा होने वाले बच्चों को उनके नाना और नानी की वंशावली से जाना जाएगा। वहीं लड़की उनके कुल का ताज बनेगी और बेटियों से वंश चलेगा। इसे सन् 2012 में कन्या भ्रूण हत्या और लड़कियों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
लड़के की तरह लड़की तलवार लेकर और घोड़े पर बैठ कर आती है!
इसमें दुल्हन पूरे बैंड-बाजे के साथ आती है और साथ में घोड़ी पर बैठे, हाथ में तलवार लिए आती है और लड़का पहले से शादी के स्थान पर बैठा मिलता है। लड़के को ‘भक्त मर्द गाज़ी’ और लड़की को ‘कुल का क्राउन’ की उपाधि दी जाती है।
कौन है गुरमीत राम रहीम ? क्या है डेरा सच्चा सौदा के पीछे की कहानी
गुरमीत राम रहीम का जन्म राजस्थान के श्रीगंगानगर में हुआ। राम रहीम के चार बच्चे हैं जिनमें हनीप्रीत, चरणप्रीत,अमरप्रीत,जसमीत शामिल हैं। 1990 में उन्होंने समाज सेवा के लिए डेरा सच्चा सौदा के नाम से एनजीओ चलाया जिसमे फ्री हॉस्पिटल और शिक्षण संस्थान शामिल हैं।
रेप और पत्रकार की हत्या के आरोपी हैं राम रहीम
2017 में सीबीआई ने चार्जशीट पेश की जिसमें राम रहीम को रेप का दोषी पाया गया और उन्हें 20 साल की सजा हुई। इसके अलावा 2019 में उनके ऊपर पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या के आरोप दर्ज हुए साथ ही 2021 में उनपर डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के आरोप लगे जिसमें सीबीआई ने पंचकुला कोर्ट में राम रहीम सहित उसकी 4 साथियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जिसमें उन्हें और उनके 4 साथियों को दोषी पाया गया और उम्रकैद की सजा हुई।