जगन्नाथ मंदिर रत्न भंडार: गुप्त सुरंग का रहस्य – पूरी कहानी
जगन्नाथ मंदिर रत्न भंडार: 19 जुलाई, 2024 को, पुरी के जगन्नाथ मंदिर में रत्न भंडार के अंदर एक गुप्त सुरंग होने की अफवाहें सामने आईं।
कहानी क्या है?
कुछ स्थानीय लोगों और मंदिर के कर्मचारियों का दावा था कि रत्न भंडार के भीतरी कक्ष में एक गुप्त सुरंग है जो समुद्र तट तक जाती है। यह भी कहा जाता था कि यह सुरंग खजाने से भरी हुई है। इन दावों के बाद, मंदिर प्रशासन ने रत्न भंडार को 17 साल बाद खोला और एक पर्यवेक्षण समिति को अंदर जाने दिया।
क्या रहस्य खुला?
7 घंटे की जांच के बाद, समिति ने कोई गुप्त सुरंग या खजाना नहीं पाया। उन्होंने केवल कुछ पुराने सामान और मलबे की खोज की। मंदिर प्रशासन ने इन अफवाहों को झूठा और निराधार बताया है।
क्या अब भी रहस्य है?
हालांकि समिति ने कोई ठोस सबूत नहीं पाया, कुछ लोग अभी भी मानते हैं कि रत्न भंडार में गुप्त सुरंग हो सकती है। इतिहासकारों का कहना है कि मंदिर के आसपास कई सुरंगें हो सकती हैं, जिनका इस्तेमाल सदियों से गुप्त रखने के लिए किया जाता रहा होगा।
निष्कर्ष :
रत्न भंडार में गुप्त सुरंग का रहस्य अभी भी पूरी तरह से सुलझा नहीं है। यह संभव है कि भविष्य में पुरातात्विक खुदाई या ऐतिहासिक शोध से इस रहस्य का खुलासा हो सके।
अतिरिक्त जानकारी:
रत्न भंडार को 1978 में अंतिम बार खोला गया था। यह मंदिर के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है और इसमें सोने, चांदी और हीरे के बेशकीमती आभूषण और कलाकृतियाँ रखी गई हैं। रत्न भंडार को खोलने का निर्णय मंदिर के वार्षिक रथ यात्रा उत्सव से पहले लिया गया था।