Farmers Protest 2024 : ‘मोदी का परिवार’ क्या अन्नदाता नही है ? 10 मार्च को होगा देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन !
Farmers Protest 2024 : दिल्ली में न्याय के लिए लड़ रहे किसानो की बातों पर सरकार ने आज तक ध्यान नहीं दिया क्योंकि सरकार लोकसभा चुनाव में इतना व्यस्त है कि देश के अन्नदाताओं की आवाज या तो उन तक पहुंच नहीं पा रही है या वह सुनकर भी अनसुना कर रही है।
देश की दो मुख्य पार्टियों एक दूसरे के निजी मामलों पर वार करने पर इतनी व्यस्त हैं कि किसानों की मांगे को लेकर आज तक किसी भी नेता ने एक भी बयान नहीं दिया है।
रोज सभाएं हो रही है, घोषनाए हो रही है पर लोकसभा चुनाव में इतनी व्यस्त है पार्टिया की 23 दिन से अपनी मांगो को लेकर बैठे किसानो की बातें सुनने के लिए किसी के पास टाइम नही है, यहाँ तक की इतना टाइम नही है कोई उनसे उनका हाल पूछे..।
पीएम नरेंद्र मोदी कहते है सारा देश है ‘मोदी का परिवार’ तो क्या पीएम मोदी के परिवार में किसान नही आते ?
आज बुधवार 6 मार्च को देश भर के प्रदर्शनकारी किसान राजधानी दिल्ली में कूंच करेंगे एवं किसानों द्वारा रेल और मेट्रो रोकने का भी प्लान है।
फसलों की एमएसपी (MSP) समेत कई मांगों को लेकर आज आंदोलनकारी किसान दोबारा दिल्ली में कूंच करेंगे वहीं संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान करने पर देश भर के किसान पैदल, बस और ट्रेनों से दिल्ली उतरेंगे।
वहीं राजनीतिक दाव खेलते हुए सत्ता ने दिल्ली में 144 लागू कर दी है जिसके अंतर्गत दिल्ली में प्रदर्शन, रैली या सभा करने पर रोक है लेकिन किसान भी पूरे आक्रोश के साथ दिल्ली में आज शाम अपनी मांगे लेकर उतरेंगे।
सरवन सिंह पंधेर आज सोशल मीडिया पर आये लाइव और कहा ये …
किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर आज सोशल मीडिया पर लाइव हुए थे इस दौरान
Farmers Protest 2024 : ‘मोदी का परिवार’ क्या अन्नदाता नही है ? 10 मार्च को होगा देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन !
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को आज 23व दिन है।
हम ऐलान कर चुके हैं कि पंजाब हरियाणा के किसान तब तक घर नहीं जाएंगे जब तक सरकार उनकी अपील सुन नहीं लेती।
Farmers Protest 2024 : ‘मोदी का परिवार’ क्या अन्नदाता नही है ? 10 मार्च को होगा देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन !
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि हमने अन्य राज्यों के किसानों से भी अपील की है कि वह रेल या बस से दिल्ली पहुंचे। दूर दराज के किसानों के लिए एक दिन में दिल्ली पहुंचना संभव नही है इसलिए दो-तीन दिन लग सकते हैं।9 एवं 10 मार्च तक स्थिति साफ हो जाएगी की सरकार इन्हें रोकती हैं या नहीं।
पंधेर ने यह भी कहा कि ‘हमें पता चला है कि दिल्ली और जंतर मंतर पर धारा 144 लगा दी गई है पर यह सही नहीं है क्योंकि सरकार कहती थी कि हम किसानों को उनके आक्रामक कदम उठाने के कारण दिल्ली में नहीं आने दे रहे है क्योंकि किसान ट्रैक्टर और ट्राली से आ रहे थे।
लेकिन अब दूसरे राज्यों के किसानों को हमने बिना ट्रैक्टर और ट्रॉली के आने के लिए कहा है तो सरकार को बयान देना चाहिए कि वह उन्हें नहीं रोकेगी।
आमजन को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है :
पंधेर ने आमजन की परेशानियों को समझते हुए यह भी कहा है कि उनके आंदोलन से कुछ दिन पहले ही दिल्ली के बॉर्डर को सील कर दिया गया था वहीं करीब 28 दिन से दिल्ली का बॉर्डर बंद है सिर्फ एक दो लेन ही खोली गई है।
लेकिन हमने पहले ही कहा था की रास्ता खुलने पर ही दिल्ली जाएंगे इसलिए हम सरकार से अपील कर रहे हैं कि दिल्ली के व्यापारी और आम लोगों को परेशान ना किया जाए और दिल्ली की सड़के खोली जाए।
इससे पहले किसान नेता तेजवीर सिंह ने भी यह कहा था कि 6 मार्च को पूरे भारत के किसान दिल्ली के जंतर मंतर की ओर शांतिपूर्वक मार्च करेंगे वहीं मध्य प्रदेश राजस्थान और बिहार के किसानों ने दिल्ली जाने की पूरी तैयारी कर ली है।
किसान नेताओं के ऐलान के मुताबिक पंजाब और हरियाणा को छोड़कर बाकी सभी राज्यों के किस 6 मार्च को शांतिपूर्वक ढंग से दिल्ली कूंच करेंगे।
सरकार भी एड़ी चोटी का दम लगाकर किसानों को रोकने की पूरी तैयारी में है किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है एवं टिकरी, सिंधु ,गाजीपुर सीमाओं ,रेलवे व मेट्रो स्टेशंस और बस अड्डे पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
किसानों के दिल्ली कूंच को लेकर दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी की टिकरी सिंदूर गाजीपुर सीमाओं को तथा रेलवे स्टेशन मेट्रो स्टेशंस और बस अड्डों पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित कर अपने कर्मियों और अर्ध सैनिक बालों के जवानों को निर्देश दिए हैं कि वही 24 घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए आदेश दिए है।
उनका कहना है कि किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी एवं विभिन्न स्थानों स्ट्रिक्ट चेकिंग की जाएगी और शहर में यातायात भी जाम हो सकता है।
10 मार्च को होगा देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन !
किसान नेता सरवन सिंह पुंडीर और जगजीत सिंह ने 3 मार्च को देश भर के किसानों से प्रदर्शन करने के लिए बुधवार को दिल्ली पहुंचने का बुलावा दिया है।
उन्होंने एक और घोषणा की है की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों के लिए समर्थन में 10 मार्च को करीब 4 घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा की किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा आपको बता दें की सुरक्षा बलों द्वारा उनके दिल्ली चलो मार्च को रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर रुके हुए हैं।
उन्होंने 13 फरवरी को मार्च शुरू किया था लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया जिसके कारण हरियाणा और पंजाब की सीमा पर कई झड़पे भी हुई और उन्होंने हर नाकाम कोशिश कर रोकने का प्रयास किया गया।
अन्नदाताओं के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस पूरी तरह से सतर्क हो गई है सीमाओं पर जवानों का पहरा है एवं पूरी दिल्ली में पुलिस बलों की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात कर दी गई है हालांकि किसानों ने शांतिपूर्वक मार्च करने की बात कही है लेकिन प्रशासन किसानों के दिल्ली कूच को लेकर कोई त्रुटि नहीं करना चाहती है।